यदि आप भी केदारनाथ यात्रा के लिए जाना चाहते हैं तो आपके लिए मेरी तरफ से कुछ जानकारी एवं सुझाव-

 

● आप जहाँ भी रहते हैं सबसे पहले आपको यदि ट्रेन से आ रहे हैं तो आप हरिद्वार आईये यदि फ्लाइट से आ रहे हैं तो आप देहरादून आईये ।

 

● हरिद्वार आपका सेंटर पॉइंट है इसके बाद आप यदि केदारनाथ के लिए बस से जाना चाहते हैं तो सबसे पहले ऑनलाइन या ऑफलाइन हरिद्वार से गौरीकुंड की बस बुक कर लें क्योंकि आपको तुरंत टिकिट मिलना मुमकिन नहीं है और यदि आप कार से जाना चाहते हैं केदारनाथ तो 3 दिन के लिए कार होती है बुक और यदि केदारनाथ-बद्रीनाथ जाना चाहते हैं तो 5 दिन के लिए कार बुक होती है जो आपको हरिद्वार से केदारनाथ-बद्रीनाथ के दर्शन कराके वापिस हरिद्वार छोड़ देती है । (यदि आप कार को देहरादून बुलाना चाहें या ऋषिकेश तो वहाँ भी बुला सकते हैं)

 

● वैसे तो कार के रेट फिक्स नहीं है लेकिन फिर भी स्विफ्ट 3500 रुपये प्रतिदिन, अर्टिका और इनोवा 4500-5500 रुपये प्रति दिन के हिसाब से मिल जाती हैं (यदि भीड़ कम हो तो और भी सस्ती मिल जाती हैं)

 

● यदि आप Helicopter से जाना चाहते हैं तो सिर्फ इसी वेबसाइट से ही बुक करें- http://heliservices.uk.gov.in

 

● आने से पहले अपने रजिस्ट्रेशन इस वेबसाइट से बुक करें- http://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php बगैर रजिस्ट्रेशन के न जाएं वरना दिक्कते हो सकती हैं वैसे ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन हरिद्वार में भी होते हैं लेकिन आप अपनी चीज़े पहले से करके आएं तो ज्यादा बेहतर हैं।

 

● हरिद्वार से केदारनाथ के लिए यदि कार से जा रहे हैं तो आपको आपका कार वाला रुद्रप्रयाग तक ले जाएगा फिर वहाँ से आपको 50 रुपये देकर गौरीकुंड के लिए कार मिलेंगी ।

 

● गौरीकुंड में स्नान करने एवं माता पार्वती जी के दर्शन के बाद आप अपनी पैदल यात्रा चालू कर सकते हैं यदि घोड़े से जाना चाहे तो 3500 रुपये के लगभग आपको देने होने जो आपको घोड़ा पड़ाव से लेकर बेसकैम्प तक छोड़ेगा ।

 

● पैदल यात्रा के दौरान सामान जितना कम हो सके उतना कम ले जाये (लेकिन उल्टी,दस्त, बुखार,सिर दर्द,कपूर और ठंडी का पूरा सामान रखें अपने साथ) 

 

 


 

● गौरीकुंड से केदारनाथ लगभग 21 किलोमीटर है इसको पैदल चढ़ने में सामान्य लोगो को 5-7 घण्टे लगते हैं बस इतना याद रहे रास्ते में ज्यादा चीज़ें न खायें बस लेकिन लिक्विड चीज़ें लेते रहे जिससे चढ़ने में आपको आसानी होगी । ज्यादा रुके नहीं धीरे-धीरे चढ़ते चले ।

 

● शुरुवात में ज्यादा कवर करने की कोशिश करें क्योंकि छोटी लिंचौली तक थोड़े जल्दी कवर कर सकते हैं क्योंकि उसके बाद आपको हर 200 मीटर पर रुकना होगा और स्पीड कम और थकावट ज्यादा महसूस होगी ।

 

● बेसकैम्प में ही GMVN के टेंट होते हैं वहाँ आप अपने यात्रा की डेट के अनुसार टेंट बुक कर सकते हैं GMVN WEBSITE- http://gmvnonline.com

 

● बेसकैम्प से केदारनाथ मंदिर लगभग 1.5 किलोमीटर है,मंदिर के पास भी रूम ले सकते हैं लेकिन उनका कोई रेट फिक्स नहीं होता । 

 

● मंदिर में दर्शन के लिए आप बाहर से घी ले लें क्योंकि यहाँ घी लगाने और केदारेश्वर को टच करने का बहुत महत्व है दर्शन के पश्चात आप जो बाहर नन्दी जी विराजमान हैं उनके दर्शन करें और लगभग 15/30 मिनट वहाँ बैठे फ़ोटो/मोबाइल से दूर थोड़ी बाबा से भी तो बातें करना हैं न अपने को क्योंकि यहाँ (केदारनाथ) और महाकालेश्वर में जो एनर्जी है वो मैंने अभी तक कहीं महसूस नहीं कि तो मेरे कहने पर यहाँ बैठिएगा जरूर शांति से आँखे बंद करके कुछ समय ।

 

● गर्भगृह से दर्शन सुबह से दोपहर 3 बजे तक ही होते हैं उसके बाद बाहर से ही दर्शन होते हैं पूजा और VIP दर्शन के लिये आप मंदिर के पास से ही पास ले सकते हैं एक दिन पहले या कई बार तुरन्त भी ।

 

● इसके बाद मंदिर के पीछे भीम सिला है और शंकरचार्य जी की समाधि वहाँ भी दर्शन कर सकते हैं फिर उसके बाद आप लगभग मंदिर से 600 मीटर दूर भैरवनाथ जी के दर्शन भी कर सकते है ।

 

● यात्रा के दौरान पैसे कैश ही रखें क्योंकि कई बार नेट नहीं चलता तो चीज़ें दिक्कत करती हैं और आधारकार्ड भी साथ रखें कई बार जरूरत पड़ सकती है ।

 

● दर्शन के बाद शाम को सन्ध्या आरती भी देख सकते हैं वो लगभग 7 बजे होती है ।

 

● केदारनाथ जाने का सबसे सही समय पट खुलने से लेकर जून तक फिर सितंबर से पट बंद होने तक (बीच के समय बारिश होती है तो थोड़ा रिस्की होता है)

 

● यात्रा से आने के बाद आपको बार-बार लगेगा कि कब आएं दोबारा क्योंकि शिव जहाँ स्वर्ग वहाँ ।

 

● बाकी मर्यादाओं का ख्याल रखें ये पिकनिक स्थल नहीं है यह शिव की तपस्या की भूमि है 🙏🏻

 

This article was originally published in June 2024 and updated in June 2024.

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